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September 11, 2025 4:42 am

New Delhi-धरती कांपी, दिल दहले: दिल्ली-NCR और हरियाणा में भूकंप के झटकों से अफरा-तफरी!”

Delhi-धरती कांपी, दिल दहले: दिल्ली-NCR और हरियाणा में भूकंप के झटकों से अफरा-तफरी!”

New Delhi/Haryana/ गुरुवार की रात दिल्ली-NCRऔर हरियाणा के कई जिलों में धरती अचानक कांप उठी। रिक्टर स्केल पर 3.7 तीव्रता वाले भूकंप ने राजधानी दिल्ली सहित हरियाणा के झज्जर और रोहतक जिलों को हिला कर रख दिया। घड़ी की सुई जैसे ही रात के 9:47 पर पहुंची, जमीन के भीतर छिपी हुई खामोश ऊर्जा अचानक फट पड़ी और धरती बुरी तरह थरथरा उठी। इस अकल्पनीय झटके ने हजारों दिलों की धड़कनों को तेज कर दिया और लोग घरों से बाहर की ओर भागने लगे।

अचानक आया झटका, घरों से भागे लोग

स्थानीय लोगों ने बताया कि झटका भले ही कुछ सेकंड का रहा हो, लेकिन उसकी तीव्रता ने जैसे समय को थाम लिया हो। रोहतक के एक निवासी ने बताया, “मैं टीवी देख रहा था, तभी फर्श के नीचे जैसे कुछ फट पड़ा। दीवारें हिलने लगीं, पंखा डोल गया। तुरंत बच्चों को उठाया और भागकर बाहर आ गए।” दिल्ली के पश्चिम विहार से लेकर गुड़गांव के डीएलएफ फेज 3 तक, लोग सड़कों पर जमा हो गए। कुछ तो नींद से घबराकर उठे और चप्पल पहनने तक का समय नहीं मिला।

घरों में हिली दीवारें, डर से सहमे लोग!

भूकंप के झटके इतने अचानक थे कि लोगों को संभलने तक का समय नहीं मिला। झज्जर जिले में एक महिला ने बताया, “रात के खाने के बाद जैसे ही मैं रसोई में बर्तन समेट रही थी, तभी बर्तन खुद-ब-खुद खड़कने लगे। मुझे लगा कोई भारी गाड़ी घर के पास से गुज़री है, लेकिन फिर दीवारें हिलने लगीं। तुरंत समझ आ गया कि ये भूकंप है।”

रोहतक में भी ऐसी ही तस्वीरें सामने आईं। एक अपार्टमेंट की सीढ़ियों पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जब सभी लोग अपने-अपने फ्लैट से नीचे भागते नज़र आए। हालांकि प्रशासन की ओर से जल्द ही यह स्पष्ट कर दिया गया कि भूकंप हल्की तीव्रता का था और जान-माल की हानि नहीं हुई है।

अधिकारियों की तत्परता, राहत की खबर!

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 3.7 रही और इसका केंद्र हरियाणा के झज्जर जिले में 5 किलोमीटर की गहराई पर था। राहत की बात यह रही कि झटके भले ही तेज महसूस किए गए, लेकिन उनकी गहराई अधिक नहीं थी, जिससे व्यापक नुकसान नहीं हुआ।

हरियाणा राज्य आपदा प्रबंधन विभाग और दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पर अलर्ट जारी कर लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की। कुछ इलाकों में ऐहतियात के तौर पर बिजली आपूर्ति कुछ देर के लिए बंद कर दी गई थी, जिसे बाद में सामान्य कर दिया गया।

मन में फिर उभरा 2015 का डर!

हालांकि यह झटका छोटा था, लेकिन लोगों के मन में 2015 के नेपाल भूकंप की यादें ताजा हो गईं, जब दिल्ली और हरियाणा समेत पूरा उत्तर भारत बुरी तरह हिल गया था। तब भी झज्जर-रोहतक क्षेत्र में कई सेकंड तक धरती डोलती रही थी।

विशेषज्ञों के अनुसार, झज्जर और रोहतक सिस्मिक ज़ोन IV में आते हैं, जहां मध्यम तीव्रता के भूकंप आते रहते हैं। विशेषज्ञों ने चेताया है कि ऐसे छोटे झटके भविष्य में बड़े भूगर्भीय हलचलों की चेतावनी भी हो सकते हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ डर!

भूकंप का झटका लगते ही ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर “Earthquake” ट्रेंड करने लगा। लोग अपने-अपने अनुभव साझा करने लगे। किसी ने बालकनी से गिरने वाले पौधे का वीडियो डाला तो किसी ने बच्चों को सीढ़ियों से उतारते हुए भावुक तस्वीरें।

एक यूज़र ने लिखा, “दिल्ली की गर्मी से डर नहीं लगता अब, भूकंप से लगता है।” वहीं एक अन्य ने लिखा, “शुक्र है, कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन ज़मीन का हिलना इंसान की ताकत का अहसास करा देता है – कि हम प्रकृति के सामने कुछ नहीं।”

भविष्य के लिए चेतावनी या सिर्फ एक हलचल?

विशेषज्ञ यह मानते हैं कि 3.7 तीव्रता का यह झटका बहुत बड़ा नहीं था, लेकिन इसने यह ज़रूर जता दिया कि NCR क्षेत्र भूगर्भीय दृष्टि से संवेदनशील है। छोटे झटकों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। विशेषज्ञों ने नागरिकों को भूकंप आपदा प्रबंधन की जानकारी रखने और सरकार द्वारा जारी गाइडलाइनों का पालन करने की सलाह दी है।

दिल्ली-NCR और हरियाणा की धरती ने बीती रात एक बार फिर अपने भीतर की बेचैनी दिखाई। यह झटका भले ही बड़ा नहीं था, लेकिन इसने लोगों को चेताया कि धरती की चुप्पी कभी भी टूट सकती है। और जब धरती बोलती है, तो इंसान को केवल सुनना और सजग रहना आता है।

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