CG Education”पटरी से उतरी शिक्षा व्यवस्था! बृजराज स्कूल में शिक्षक नहीं तो आंदोलन तय – गरजे पालक”
Mahasamund/महासमुन्द जिले के प्रतिष्ठित शा. बृजराज उच्च प्राथमिक अंग्रेजी माध्यम शाला में शिक्षा का स्तर इन दिनों संकट में है। स्कूल में गणित और अंग्रेजी विषय के शिक्षक न होने से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई गहरे संकट में है। अब हालात ऐसे बन गए हैं कि पालकों का सब्र जवाब दे गया है। पालक समिति ने तीन दिनों की चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि शिक्षक नहीं मिले, तो वे आंदोलन की राह अपनाएंगे।
• बिना गणित और अंग्रेजी शिक्षक के कैसे चलेगी इंग्लिश मीडियम स्कूल?
• शिक्षा विभाग की चुप्पी से नाराज़ पालक समिति ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी।
यह शाला सत्र 2018 से अंग्रेजी माध्यम में संचालित हो रही है और सी.बी.एस.सी. पाठ्यक्रम के अंतर्गत है। लेकिन सात वर्षों के बाद भी स्कूल में विषयवार स्थायी अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होना शासन-प्रशासन की घोर लापरवाही और उपेक्षा को दर्शाता है।
पालकों की बैठक में फूटा गुस्सा! महासमुन्द बृजराज स्कूल में विगत दिनों पालक समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें विद्यालय की शिक्षा गुणवत्ता, नियमितता, अध्यापन व्यवस्था सहित कई मुद्दों पर गंभीर चर्चा हुई। बैठक में यह सामने आया कि विद्यालय में इस समय केवल तीन शिक्षक कार्यरत हैं। उनमें से एक प्रधानपाठक का भी प्रभार संभाल रहे हैं, एक अन्य विज्ञान विषय पढ़ा रहे हैं। परंतु सबसे चिंताजनक बात यह है कि गणित और अंग्रेजी विषय के लिए कोई शिक्षक ही नहीं है।
पालक समिति अध्यक्ष दिग्विजय साहू, जिन्हें क्षेत्र में ‘दिग्गी’ के नाम से जाना जाता है, ने बताया कि वर्षों से शासन के आदेशों के अंतर्गत अन्य विद्यालयों से अंग्रेजी माध्यम शिक्षक की व्यवस्था की जाती रही है। लेकिन सत्र 2024-25 में उक्त व्यवस्था अचानक समाप्त कर दी गई और दोनों शिक्षक मूल विद्यालय भेज दिए गए।
बच्चों का भविष्य अधर में!
वर्तमान में कक्षा 6 से 8 तक कुल 129 छात्र-छात्राएँ इस विद्यालय में अध्ययनरत हैं। लेकिन गणित और अंग्रेजी जैसे मूल विषयों के शिक्षक नहीं होने के कारण छात्रों की शिक्षा बुरी तरह प्रभावित हो रही है। पालकों का कहना है कि बच्चे अंग्रेजी माध्यम में पढ़ रहे हैं, पर उन्हें वही शिक्षक नहीं मिल पा रहे जो विषय को उनके स्तर पर समझा सकें। ऐसे में अंग्रेजी माध्यम का क्या औचित्य बचता है?
“अब नहीं रुकेगा आंदोलन” – दिग्गी साहू!
पालकों ने बताया कि इस विषय में पहले ही कलेक्टर, विधायक, प्रभारी मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री अरुण साव को आवेदन पत्र सौंपे जा चुके हैं। लेकिन अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है।
दिग्विजय साहू ने कहा!
“अगर तीन दिनों के भीतर गणित और अंग्रेजी विषय के शिक्षक की व्यवस्था नहीं की जाती, तो पालक समिति शांत नहीं बैठेगी। हम उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। अब यह सिर्फ एक स्कूल की नहीं, बच्चों के भविष्य की लड़ाई है।”
शासन-प्रशासन की खामोशी!
शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम को बढ़ावा देने की घोषणा के बावजूद, बृजराज स्कूल की यह स्थिति शासन की नीतियों और ज़मीनी हकीकत के बीच के अंतर को उजागर करती है। आदेश हैं, लेकिन अमल नहीं। योजनाएं हैं, पर कार्यान्वयन अधूरा।
शिक्षा विभाग के आदेश क्र. एफ 13-8/2018/20-3, दिनांक 05/06/2018 के अनुसार अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में योग्य शिक्षक की व्यवस्था की जानी थी। लेकिन वर्तमान में उन आदेशों को पूरी तरह नजरअंदाज किया जा रहा है। इससे स्पष्ट होता है कि नीतियाँ केवल कागजों पर सजी हैं, ज़मीनी स्तर पर उनका कोई असर नहीं।
बैठक में पालकों की भारी उपस्थिति!
इस अहम बैठक में पालक समिति अध्यक्ष दिग्विजय साहू के साथ धनेश साहू, संजय शर्मा, अजय गिरि गोस्वामी, चोवाराम सिन्हा, एकता तिवारी, चांदनी शुक्ला, नम्रता नामदेव, रीचा पटेल, रंजिता डडसेना, देवशरण साहू समेत बड़ी संख्या में पालक उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में कहा –
“अब बच्चों की शिक्षा से समझौता नहीं होगा!”
गणित और अंग्रेजी जैसे प्रमुख विषयों के बिना इंग्लिश मीडियम स्कूल का संचालन खुद में एक विडंबना है।
शासन-प्रशासन की उदासीनता बच्चों के भविष्य पर सीधा हमला है।
अब देखना होगा कि शासन तीन दिनों की चेतावनी को गंभीरता से लेता है या आंदोलन के लिए पालकों को सड़कों पर उतरना पड़ेगा।
