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September 10, 2025 1:02 pm

CG-मुंगेली”योग की शक्ति से सजे मुंगेली के प्रांगण में नया इतिहास”: प्रधानमंत्री की संकल्पना को साकार करने उमड़ा जनसैलाब,

CG-मुंगेली”योग की शक्ति से सजे मुंगेली के प्रांगण में नया इतिहास”: प्रधानमंत्री की संकल्पना को साकार करने उमड़ा जनसैलाब!

मुंगेली/”योग की शक्ति से सजे मुंगेली के प्रांगण में नया इतिहास” प्रधानमंत्री की संकल्पना को साकार करने उमड़ा जनसैलाब, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और प्रशासनिक अफसरों ने किया योग एवं लिया ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ का संकल्प।अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर मुंगेली जिले की कृषि उपज मंडी परिसर एक आध्यात्मिक ऊर्जा केंद्र में तब्दील हो गया। जहां एक ओर सूर्य की पहली किरण धरती पर उतर रही थी, वहीं दूसरी ओर, योग की लयबद्ध मुद्राओं में लिप्त हजारों लोगों की एकजुटता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वस्थ भारत की परिकल्पना को जीवंत कर दिया।

मुंगेली जिला के योगा कार्यक्रम की भव्य शुरुआत सुबह ठीक 7 बजे हुई, जब मंच पर उपस्थित माननीय उपमुख्यमंत्री अरुण साव, कलेक्टर  कुंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में आमजन ने एक साथ योगाभ्यास प्रारंभ किया। जैसे-जैसे सूर्य ऊँचा चढ़ता गया, वैसे-वैसे लोगों की चेतना भी ऊर्जावान होती गई — यह दृश्य किसी राष्ट्र जागरण से कम नहीं था।

योग: केवल अभ्यास नहीं, एक राष्ट्रीय आंदोलन!

योग केवल व्यायाम नहीं, यह जीवन का दर्शन है — यह भाव हर चेहरे पर स्पष्ट था। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने अपने वक्तव्य में कहा,

“योग कोई नया विचार नहीं, यह भारत की सनातन परंपरा का अभिन्न अंग है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिष्ठा दिलाई है। आज हम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ के मंत्र को लेकर एक नई क्रांति की ओर बढ़ रहे हैं।”

उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि योग केवल शरीर नहीं, बल्कि आत्मा को भी मजबूत करता है। यह भारत की सांस्कृतिक पहचान है और दुनिया के लिए एक अनुपम उपहार।

योग के साथ पर्यावरण संरक्षण का संकल्प:- इस अवसर पर वृक्षारोपण अभियान भी चलाया गया। अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, छात्रों और गणमान्य नागरिकों ने परिसर में सैकड़ों पौधे रोपित कर “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” के भाव को साकार किया।
कलेक्टर कुंदन कुमार ने कहा,

“जिस तरह योग से शरीर और मन को शुद्ध किया जाता है, उसी तरह वृक्षारोपण हमारे पर्यावरण की शुद्धि है। योग और प्रकृति दोनों को साथ लेकर चलना ही सच्चा संतुलन है।”

सुरक्षा और अनुशासन का भी अद्भुत समन्वय!

पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने अपने वक्तव्य में कहा कि योग न केवल शारीरिक बल देता है, बल्कि मानसिक धैर्य और अनुशासन भी बढ़ाता है, जो पुलिस बल जैसे संस्थानों के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने पुलिस बल के सदस्यों को भी नियमित योग अपनाने की सलाह दी।

प्रेस क्लब की भागीदारी ने जोड़ा सामाजिक दायित्व का आयाम:- इस ऐतिहासिक आयोजन में प्रेस क्लब मुंगेली की सक्रिय भागीदारी ने यह दर्शाया कि मीडिया भी अब केवल खबरों तक सीमित नहीं, बल्कि समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को भी गंभीरता से निभा रहा है। मीडिया प्रतिनिधियों ने योग में भाग लेकर जन-जागरूकता का एक उदाहरण प्रस्तुत किया।

योग के माध्यम से ‘स्वस्थ राष्ट्र’ की संकल्पना को नई उड़ान:- कार्यक्रम में उपस्थित योग प्रशिक्षकों ने विविध योगासनों का प्रदर्शन किया और उपस्थित लोगों को प्राचीन विधाओं जैसे प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, सूर्य नमस्कार आदि का महत्व समझाया।
प्रशिक्षक सीमा तिवारी ने कहा,

योग केवल शरीर को लचीला बनाना नहीं, यह मन को स्थिर और जीवन को सरल बनाने की प्रक्रिया है।”

अद्भुत दृश्य: जब पूरा मुंगेली एक साथ सांस लेता दिखा!

देश में जिस क्षण हजारों लोगों ने एक साथ गहरी श्वास ली और छोड़ी, मानो पूरा मुंगेली एक ही ताल में धड़क रहा हो। वह क्षण ना केवल एक अभ्यास था, बल्कि यह संदेश था कि जब भारत एक साथ श्वास लेता है, तो विश्व भी उसका अनुसरण करता है।

संक्षेप में: कार्यक्रम की प्रमुख झलकियाँ!

• कृषि उपज मंडी में भव्य आयोजन,

•सुबह 7 बजे से योग अभ्यास प्रारंभ,

•उपमुख्यमंत्री, कलेक्टर, एसपी और वरिष्ठ अधिकारी शामिल,

•“एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” का संकल्प,

•वृक्षारोपण कर पर्यावरण संदेश,

• प्रेस क्लब की भागीदारी,

• हजारों नागरिकों की उपस्थिति,

योग से ही संभव है उज्जवल भारत:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्थापित योग दिवस की यह परंपरा अब केवल रस्म नहीं, बल्कि जन आंदोलन बन चुकी है। मुंगेली का यह आयोजन इसका जीवंत प्रमाण था। जब प्रशासन, जनप्रतिनिधि, मीडिया और आम नागरिक एक साथ योग करते हैं, तब वह दृश्य केवल आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया बन जाता है।

मुंगेली ने आज न केवल योग किया, बल्कि संकल्प लिया — स्वस्थ तन, शुद्ध मन और स्वच्छ पर्यावरण के साथ एक नए भारत की ओर कदम बढ़ाने का।

योगः कर्मसु कौशलम्।
योग ही हर कार्य में श्रेष्ठता लाने का माध्यम है।

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