“लापता नहीं, जनसेवा में लीन हैं विधायक: पोस्टरबाज़ी कर बौखलाए विपक्ष पर गरजे सिरपुर के उपसरपंच – यह निचले स्तर की राजनीति है”
Sirpur /महासमुंद की राजनीति का मैदान अब सिर्फ विचारों का संग्राम नहीं रहा, बल्कि वह स्तरहीन आरोपों और पोस्टरबाज़ी की गली में जा पहुंचा है। महासमुंद विधानसभा क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से “विधायक लापता है” जैसे पोस्टरों की बाढ़ सी आ गई है। ये पोस्टर सिर्फ दीवारों पर नहीं, बल्कि विपक्ष की सोच और नैतिकता पर भी सवालिया निशान लगा रहे हैं।
लेकिन इस गंदी राजनीति का करारा जवाब दिया है सिरपुर पर्यटन नगरी के युवा उपसरपंच राजेश ठाकुर ने, जिन्होंने पूरे घटनाक्रम को विपक्ष की “भद्दी मानसिकता की साजिश” करार दिया।
“बिस्तर पर विधायक, ज़मीन पर विकास – फिर भी लापता बताकर गुमराह कर रही है विपक्ष!”
राजेश ठाकुर ने तीखे शब्दों में कहा,
“जो व्यक्ति अपनी बीमारी और गंभीर चोटों के बावजूद जनता की समस्याएं सुनकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहा है, उसे लापता बताना सिर्फ शर्मनाक ही नहीं, बल्कि जनता का अपमान भी है।”
ठाकुर ने बताया कि विधायक जी स्वास्थ्यगत कारणों से बेड रेस्ट में हैं, लेकिन इसके बावजूद वे रोज़ाना विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधियों और अधिकारियों से बात कर रहे हैं, लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं और त्वरित समाधान सुनिश्चित करवा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि “जो लोग सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं, वे देख सकते हैं कि हर दिन कितने जनसम्पर्क होते हैं, कितने लोगों को राहत पहुंचाई जा रही है। फिर भी, विपक्ष द्वारा लापता जैसे पोस्टर लगवाना केवल राजनीतिक कुंठा का प्रमाण है।”
“50 लाख की विकास राशि और माफियाओं पर कार्रवाई – यही है विपक्ष की जलन की वजह”
उपसरपंच ठाकुर ने इस बात पर ज़ोर दिया कि विधायक जी ने सिरपुर नगरी के विकास के लिए 50 लाख रुपये की सौगात दी है, जिसमें—
•सड़क निर्माण,
•नाली और पेयजल व्यवस्था,
•सामुदायिक भवनों का निर्माण,
•और पर्यटन स्थलों का सौंदर्यीकरण शामिल हैं।
उन्होंने कहा,
“जिस क्षेत्र में पहले माफियाओं का बोलबाला था, आज वहां प्रशासन का राज है। रेत और शराब माफिया पर लगातार कार्रवाई हो रही है। यही कारण है कि माफिया और उनके सरपरस्त अब घबराए हुए हैं।”
जब विकास बोलता है, तो विपक्ष बौखलाता है!
राजेश ठाकुर ने कहा कि ओछी राजनीति का यह स्तर पहले कभी नहीं देखा गया। उन्होंने कहा कि एक जनप्रतिनिधि को लापता कहना, वह भी तब जब वह बीमारी में भी जनसेवा कर रहा हो, यह सिर्फ गिरी हुई मानसिकता का उदाहरण है।
उन्होंने जनता से अपील की कि “ऐसी नफरत फैलाने वाली पोस्टरबाज़ी को नकारें और विकास की राजनीति को समर्थन दें।”
“जनता सब जानती है – विधायक की कर्मठता और विपक्ष की चालबाज़ी”
ठाकुर ने बताया कि पिछले डेढ़ साल में विधानसभा क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है। चाहे वह—
• नई सड़कें हो,
• शुद्ध पेयजल व्यवस्था,
• या युवाओं के लिए रोज़गार मेले,
हर योजना में विधायक जी की सक्रिय भूमिका रही है। उन्होंने कहा:-
“यदि कोई विधायक अपने स्वास्थ्य के बावजूद लगातार बैठकों में शामिल हो, जनता से मिल रहा हो, और प्रशासन को दिशा-निर्देश दे रहा हो, तो उस पर ऐसे पोस्टर चिपकाना केवल कुंठा और हताशा का परिणाम है।”
चुनाव में मिलेगा जवाब, और मिलेगा करारा!
उपसरपंच ठाकुर ने स्पष्ट रूप से कहा कि 2028 के विधानसभा चुनाव में जनता ऐसे लोगों को सबक सिखाएगी, जो विकास को रोकना चाहते हैं और झूठे प्रचार से माहौल बिगाड़ते हैं।
“जनता अब समझदार है। उसे पता है कौन उसके लिए काम कर रहा है और कौन सिर्फ बकैती कर रहा है। झूठे पोस्टर चिपकाकर अगर कोई सोचता है कि जनाधार डगमगाएगा, तो वह बहुत बड़ी भूल कर रहा है।”
बिस्तर से भी जनसेवा – यही है असली जनप्रतिनिधि!
राजेश ठाकुर ने कहा कि विधायक जी की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि वे समर्पण, संघर्ष और संकल्प के प्रतीक हैं।
“बीमारी में भी वे पंचायत सचिवों से मिलते हैं, योजनाओं की समीक्षा करते हैं, और विकास कार्यों की मॉनिटरिंग करते हैं।”
उन्होंने कहा कि यह काम दिखावटी नहीं है, बल्कि हर पंचायत और वार्ड में इसके प्रभाव को जनता महसूस कर रही है।
“जनता के आशीर्वाद से टूटेगी झूठ की दीवार”
अंत में ठाकुर ने जनता से आह्वान किया कि
“अब समय है सच्चाई के साथ खड़े होने का। जो विधायक बीमार होते हुए भी दिन-रात आपके लिए काम कर रहा है, उसे लापता बताने वालों को जवाब देना होगा – सिर्फ सोशल मीडिया पर नहीं, बल्कि अगली बार मतदान में भी।”
महासमुंद विधानसभा क्षेत्र में जिस तरह से “विधायक लापता है” जैसे पोस्टर चिपकाए जा रहे हैं, वह न केवल राजनीति का गिरता स्तर दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि विपक्ष अब मुद्दों से भटक गया है। जब विकास की आवाज़ तेज़ होती है, तो विरोधियों के झूठे पोस्टर भी बहरे हो जाते हैं।
लेकिन जनता सब देख रही है। और जब जवाब देगी, तो वह पोस्टर से नहीं – पवित्र मतपत्र से देगी।
यह सियासत का नया सच है – और क्रांति की दस्तक भी।