समितियों में धान हुआ जाम, उठाव नहीं होने की स्थिति में सोमवार से कई समितियों ने धान खरीदी होगी बंद
महासमुंद जिले के पांचों ब्लॉकों में एक नवंबर से धान खरीदी समर्थन मूल्य में जारी है लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी जिले के कई समितियों में धान का उठाव नहीं होने से समिति प्रबंधकों की चिंता बढ़ गई है। धान के उठाव नहीं होने से समितियों को अतरिक्त भार बढ़ने की चिंता सता रही है। अतरिक्त खर्च से समितियों को भारी आर्थिक नुकसान होने की संभावना बनी हुई है और धान शुख्ती को लेकर चिंता बनी हुई है!हालांकि अधिकारियों को इस बात की कोई चिंता नहीं है कि समितियों को क्या नुकसान होने वाला है। डीईओ काटा गया है लेकिन मिलर्स धान उठाव करने समितियों तक नहीं पहुंच रहे हैं। धान के उठाव नहीं होने से कई समितियों में धान खरीदी एक दो दिन में बंद हो जाएगी। कुछ समितियों में अपने लक्ष्य का 50 प्रतिशत धान की खरीदी कर ली गई है। समितियों प्रभारियों का कहना है कि लगातार अधिकारियों को मामले से अवगत कराया जा रहा है लेकिन व्यवस्था बना पाने में अधिकारी अक्षम नजर आ रहा है। धान रखने के लिऐ ड्रेनिज और तिरपाल की बहुत ज्यादा समस्या बनी हुई है इससे समिति का नुकसान है अगर उठाव नहीं हुआ तो स्थिति बहुत गंभीर हो जायेगी जिससे खरीदी बंद करना पड़ जायेगा ! समिति प्रबंधकों ने यह भी जानकारी दी है कि पिछले तीन माह से वेतन भी उन्हें नहीं मिल पाया है।