विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा के हाथों “ONOS और NEP 2020 की शिक्षा में भूमिका” का भव्य विमोचन – शिक्षा जगत में नई दिशा का उदय!
mahasamund /आज का दिन शिक्षा जगत के इतिहास में सुनहरे अक्षरों से लिखा जाएगा, जब शासकीय माता कर्मा कन्या महाविद्यालय, महासमुंद के प्रतिभाशाली ग्रंथपाल अजय कुमार श्रीवास की बहुप्रतीक्षित छठवीं पुस्तक “ONOS और NEP 2020 की शिक्षा में भूमिका” का विमोचन हुआ। इस ऐतिहासिक पल का गवाह बना विधायक कार्यालय, जहाँ माननीय विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने इस कृति को राष्ट्र और समाज के समक्ष समर्पित किया।
यह विमोचन मात्र एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि शिक्षा के भविष्य की रूपरेखा तय करने वाला क्षण था।
डिजिटल शिक्षा की नई राह!
ग्रंथपाल अजय कुमार श्रीवास की यह कृति ONOS (Open Network Operating System) और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत डिजिटल शिक्षा की महत्ता पर केंद्रित है। बदलते दौर में जब तकनीक शिक्षा की रीढ़ बन चुकी है, तब इस पुस्तक का आगमन छात्रों, शिक्षकों और शोधार्थियों के लिए किसी अमृत से कम नहीं माना जा रहा।
इस पुस्तक में विस्तार से बताया गया है कि किस प्रकार ONOS जैसे तकनीकी माध्यम शिक्षा को नए आयाम दे सकते हैं और NEP 2020 किस तरह भारतीय शिक्षा प्रणाली को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना सकती है।
विधायक ने जताई प्रसन्नता, दिया आशीर्वचन
विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने विमोचन अवसर पर कहा—
“शिक्षा ही राष्ट्र निर्माण की सबसे बड़ी शक्ति है। जब हमारे महाविद्यालयों से ऐसे विद्वान अपनी सोच और शोध के माध्यम से नई पीढ़ी को दिशा देने का प्रयास करते हैं, तब भविष्य और भी उज्ज्वल होता है। अजय श्रीवास की यह पुस्तक केवल छात्रों के लिए ही नहीं बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगी, जो डिजिटल युग में शिक्षा को लेकर गंभीर है।”
महाविद्यालय परिवार का गर्व!
शासकीय माता कर्मा कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एस. बी. कुमार ने इस अवसर पर कहा—
“अजय कुमार श्रीवास न केवल एक कर्मठ ग्रंथपाल हैं, बल्कि शिक्षा जगत के सच्चे शोधकर्ता भी हैं। उनकी नई कृति हमारे लिए गर्व का विषय है। यह पुस्तक आने वाली पीढ़ियों को शिक्षा और तकनीक के संगम से परिचित कराएगी।”
महाविद्यालय के समस्त अधिकारी और कर्मचारी भी इस समारोह में मौजूद रहे और सभी ने श्रीवास को हार्दिक शुभकामनाएँ व बधाई दी। वातावरण तालियों की गूंज से गूँज उठा, मानो हर दिल इस उपलब्धि पर गर्व कर रहा हो।
लेखक की विनम्र प्रतिक्रिया!
अपने संबोधन में लेखक अजय कुमार श्रीवास ने कहा—
“मेरी यह कृति राष्ट्र की उस शिक्षा प्रणाली को समर्पित है, जो आने वाले कल को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने वाली है। ONOS और NEP 2020 पर लिखा गया यह शोध शिक्षा में तकनीकी हस्तक्षेप की उपयोगिता को दर्शाता है। मुझे आशा है कि यह कृति विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा की ओर प्रेरित करेगी और शोधार्थियों को नई दिशा प्रदान करेगी।”
उनकी बातें सुनकर उपस्थित युवा विद्यार्थियों की आँखों में एक नई चमक और उत्साह झलक रहा था।
शिक्षा जगत में नई ऊर्जा का संचार!
यह विमोचन मात्र एक पुस्तक का लोकार्पण नहीं था, बल्कि शिक्षा जगत में एक नई ऊर्जा का संचार था। शिक्षा और तकनीक का यह संगम महासमुंद जैसे अंचल से निकलकर पूरे प्रदेश और फिर देश में अपनी छाप छोड़ेगा।
पुस्तक की विशेषता यह है कि इसमें जटिल तकनीकी अवधारणाओं को भी सरल भाषा में समझाया गया है, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों परिवेश के विद्यार्थी समान रूप से लाभान्वित हो सकते हैं।
भविष्य की दिशा!
यह स्पष्ट है कि “ONOS और NEP 2020 की शिक्षा में भूमिका” सिर्फ एक अकादमिक ग्रंथ नहीं, बल्कि शिक्षा की दिशा और दशा तय करने वाली मार्गदर्शक पुस्तक है। जैसे-जैसे शिक्षा क्षेत्र में तकनीक का समावेश बढ़ेगा, वैसे-वैसे इस कृति की प्रासंगिकता भी और अधिक बढ़ती जाएगी।
30 सितम्बर 2025 का यह दिन महासमुंद ही नहीं, बल्कि समूचे प्रदेश के लिए ऐतिहासिक बन गया। विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा के करकमलों से हुई इस कृति की शुरुआत आने वाले समय में शिक्षा की नयी संभावनाओं का द्वार खोलेगी।
शिक्षा प्रेमियों और शोधकर्ताओं के लिए यह पुस्तक एक ऐसा दीपक साबित होगी, जिसकी रोशनी आने वाली पीढ़ियों को मार्ग दिखाएगी।