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September 10, 2025 8:44 pm

पंचायत की सत्ता बनी उत्पीड़न का औज़ार,,,,कलम को कुचलने की साजिश”,,,,,,,,,,,,,,

पंचायत की सत्ता बनी उत्पीड़न का औज़ार,,,,कलम को कुचलने की साजिश”,,,,,,,,,,,,,,

महिला सरपंच, शिक्षक पति और उसके गुट द्वारा पत्रकार को धमकाने का मामला दर्ज!

गरियाबंद। पंचायत की कुर्सी और शिक्षक की मर्यादा दोनों ही सवालों के घेरे में आ गई हैं, जब ग्राम पंचायत आमदी म की महिला सरपंच रेखा ठाकुर, उनके शिक्षक पति जयंत ठाकुर सहित दो अन्य के खिलाफ पत्रकार के परिजन को धमकी देने और गाली-गलौज करने का संगीन आरोप लगा। यह मामला अब गरियाबंद जिले में सुशासन और ग्रामीण प्रशासन की स्थिति पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है।

पूरा मामला 10 मई की रात का है, जब पत्रकार जीवन एस. साहू के भाई नेहरू साहू ने थाने में शिकायत दर्ज कराई कि रेखा ठाकुर, जयंत ठाकुर, दिव्यांश पटेल और लूणकरण ठाकुर ने उनके घर के सामने पहुंचकर गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। घटना के वक्त पत्रकार जीवन एक विवाह समारोह में शरीक थे, लेकिन उनके घर में उनके भाई नेहरू, पुत्र और पुत्रवधू मौजूद थे। उन्होंने जब विरोध किया, तो उन्हें भी अपशब्द कहे गए। इस समूची घटना का वीडियो फुटेज घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जिसे सबूत के तौर पर पुलिस को सौंपा गया है।

समाचार बना हमले की वजह:- बताया जा रहा है कि विवाद की जड़ एक समाचार है, जिसे पत्रकार जीवन एस. साहू ने कुछ दिन पहले प्रकाशित किया था। खबर में यह उजागर किया गया था कि आमदी म के वार्ड क्रमांक 09 में बने एक सरकारी कूड़ेदान को बिना किसी जन-सहमति के तुड़वा दिया गया, जिससे मोहल्ले में गंदगी और कचरा निस्तारण की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई। यह खबर छपने के बाद ही जयंत ठाकुर और उनके सहयोगियों ने कथित रूप से नाराजगी जताते हुए बदले की भावना से यह कृत्य किया।

पूर्व में भी विवादों में रहे हैं सरपंच पति:- जयंत ठाकुर कोई पहली बार विवादों में नहीं आए हैं। मार्च माह में गांव के एक पारंपरिक मठ को तुड़वाने के मामले में भी उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की गई थी। जबकि वे एक शासकीय शिक्षक हैं, इसके बावजूद पंचायत के कार्यों में उनका लगातार हस्तक्षेप बना रहता है। ग्रामीणों का कहना है कि जयंत ठाकुर की दबंग छवि और राजनीतिक रसूख के चलते गांव में डर का माहौल है।

अन्य आरोपियों का भी आपराधिक इतिहास:- केवल जयंत ठाकुर ही नहीं, बल्कि इस मामले में नामजद अन्य आरोपी दिव्यांश पटेल और लूणकरण ठाकुर पर भी पूर्व में प्रतिबंधात्मक धाराओं के अंतर्गत प्रकरण दर्ज हो चुके हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि यह पूरा समूह मिलकर गांव में अशांति फैलाने और लोगों को डराने-धमकाने का काम करता है।

सुशासन तिहार शिविर में भी उठी आवाज:- 

पंचायत में व्याप्त अराजकता की गूंज अब प्रशासन तक भी पहुंच चुकी है। हाल ही में सढौली में आयोजित सुशासन तिहार शिविर में भी ग्रामीणों ने सरपंच पति जयंत ठाकुर और उनके साथियों के खिलाफ शिकायतें दर्ज करवाई थीं। ग्रामीणों ने कहा कि ये लोग पंचायत की आड़ में गांव में शांति भंग कर, तानाशाही रवैया अपना रहे हैं।

पुलिस जांच में जुटी:- नेहरू साहू की शिकायत पर पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 (शांति भंग करने के उद्देश्य से उपद्रव), 351(2) (धमकी देना और हमला करना) एवं 3(5) (विशेष समुदाय या कार्यकर्ता पर अत्याचार) के अंतर्गत आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने कहा है कि सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीदों के बयान के आधार पर मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।

 

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