“इंदौर में गूंजा दर्द का ज़हर: 30 किन्नरों ने एक साथ निगला जहर — शहर में मची अफरातफरी, कई की हालत नाज़ुक…!
Madhya Pradesh/इंदौर शहर में बुधवार देर शाम एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। नंदलालपुर इलाके में करीब 30 किन्नरों के एक साथ ज़हर पीने की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। इनमें से 22 किन्नरों की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी को आनन-फानन में एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। बताया जा रहा है कि दो गुटों के बीच गहरा आपसी विवाद इस भयावह कदम की वजह बना। पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना से मचा हड़कंप — चीखों से गूंज उठा इलाका!
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शाम करीब साढ़े छह बजे के आसपास अचानक नंदलालपुर के एक मकान में जोर-जोर से चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग जब तक कुछ समझ पाते, तब तक दर्जनों किन्नर तड़पते हुए ज़मीन पर गिर पड़े। लोग घबराकर बाहर दौड़े और तुरंत डायल 100 पर पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में मौके पर थाना पुलिस और एंबुलेंस की गाड़ियां पहुंच गईं। सभी को स्ट्रेचर पर लिटाकर अस्पताल पहुंचाया गया।
इलाके में भारी भीड़ जमा हो गई और कुछ ही मिनटों में यह खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई। भीड़ में शामिल एक महिला ने बताया— “हम तो घर में खाना बना रहे थे, अचानक शोर मचा… देखा तो कई लोग गिर-गिरकर तड़प रहे थे… इतना भयानक मंजर हमने कभी नहीं देखा।”
एमवाय अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल!
एमवाय अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में देर रात तक हड़कंप मचा रहा। 30 में से 22 किन्नरों की हालत गंभीर बताई जा रही है। अस्पताल प्रबंधन ने कई वार्डों को खाली कर विशेष व्यवस्था की। डॉक्टरों की कई टीम लगातार मरीजों का इलाज कर रही है। अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया — “कई मरीजों की हालत नाजुक है। समय पर इलाज हुआ है, इसलिए उम्मीद है कि ज़्यादातर की जान बचाई जा सकेगी।”
अस्पताल के बाहर सैकड़ों लोग जमा हो गए। साथी किन्नर रो-रोकर अपनी बात कह रहे थे। कई लोगों ने कहा कि गुटबाजी और झगड़ों से तंग आकर उनके साथियों ने यह चरम कदम उठाया।
आपसी विवाद बना ‘ज़हर’ — दो गुटों में लंबे समय से चल रहा था तनाव!
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इंदौर के नंदलालपुर इलाके में दो बड़े किन्नर गुटों के बीच पिछले कई महीनों से वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी। क्षेत्र में ‘नेतृत्व और पैसे के बंटवारे’ को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा था। बुधवार शाम किसी बात को लेकर दोनों गुटों में फिर से तीखी बहस और झगड़ा हुआ। इसके बाद एक गुट के कई सदस्यों ने जहर पीने जैसा आत्मघाती कदम उठा लिया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। एसपी ने बताया — “हमने कुछ लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में गुटबाजी की बात सामने आई है। सटीक कारण पता लगाने की कोशिश की जा रही है।”
पुलिस ने घेरा पूरा इलाका — एफएसएल टीम भी मौके पर!
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने पूरे नंदलालपुर इलाके को घेर लिया। मौके से कई प्लास्टिक की खाली शीशियां और जहरीले पदार्थ के अवशेष बरामद किए गए हैं। एफएसएल टीम को भी बुलाया गया, जिसने साक्ष्य एकत्र किए। पुलिस ने बताया कि जिन पदार्थों का सेवन किया गया है, उनकी जांच लैब में कराई जाएगी।
थाना प्रभारी ने कहा — “मामला बेहद गंभीर है। जो भी दोषी होगा, चाहे वह किसी भी गुट से हो, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
हमें कोई नहीं समझता…’ — किन्नर समुदाय की आंखों में आंसू!
एमवाय अस्पताल के बाहर रोते हुए एक किन्नर ने कहा — “हम भी इंसान हैं… लेकिन हमें समाज में कोई नहीं समझता। हमारे अपने ही अब एक-दूसरे के दुश्मन बन गए हैं। इतना बड़ा कदम उठाना किसी की मजबूरी ही होगी।”
एक अन्य किन्नर ने कहा कि विवाद पिछले कई हफ्तों से बढ़ रहा था। कई बार समझौते की कोशिश हुई लेकिन बात नहीं बनी। अंत में मामला इतना बिगड़ा कि जहर पीने जैसा भयावह कदम उठाना पड़ा।
प्रशासन हरकत में — उच्च अधिकारियों की बैठक!
घटना के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने देर रात एक आपात बैठक बुलाई। सभी अस्पताल अधिकारियों और सामाजिक संगठनों को स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए गए। प्रशासन अब किन्नर समुदाय के बीच सुलह और समरसता का रास्ता खोजने की कोशिश कर रहा है ताकि भविष्य में ऐसा हादसा दोबारा न हो।
पूरे शहर में गम का माहौल — समाज पर बड़ा सवाल!
इस घटना ने न सिर्फ इंदौर को बल्कि पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है। किन्नर समुदाय पहले से ही सामाजिक उपेक्षा का शिकार है। अब आपसी गुटबाजी और झगड़ों ने उनकी जिंदगी को और भी मुश्किल बना दिया है।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा — “यह सिर्फ एक हादसा नहीं, समाज के सामने एक आईना है। हमें समझना होगा कि यह समुदाय भी हमारे बीच ही रहता है और उन्हें भी सुरक्षा, सम्मान और सहयोग की ज़रूरत है।”
जांच जारी — पुलिस ने दर्ज की प्राथमिकी!
पुलिस ने इस मामले में प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज कर ली है। कई लोगों से पूछताछ जारी है। अधिकारियों ने कहा है कि अगर किसी ने इस घटना को भड़काने में भूमिका निभाई है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही, अस्पताल में इलाजरत सभी पीड़ितों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया है।
ज़हर की इस सच्चाई ने झकझोर दिया समाज को!
इंदौर की इस भयावह घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं— क्या किन्नर समुदाय की परेशानियों को समाज और प्रशासन ने कभी गंभीरता से सुना है? क्या एक अदृश्य संघर्ष उनकी ज़िंदगियों को अंदर ही अंदर तोड़ रहा है?
अब सभी की निगाहें प्रशासन और जांच एजेंसियों पर हैं। इंदौर के नंदलालपुर में फैली यह ज़हर की चीखें शायद आने वाले दिनों में एक बड़ी चेतावनी बनकर समाज को जगाएंगी…
घटना की जांच जारी है, जैसे ही कोई नया अपडेट मिलेगा, हम आपको अवगत कराएंगे।