महासमुंद/महासमुन्द जिले के राजस्व विभाग में प्रशासनिक फेरबदल हुआ है अधिकारियों के दायित्व में व्यापक बदलाव, प्रशासनिक हलकों में मची हलचल जैसे ही कलेक्टर कार्यालय महासमुंद से क्रमांक/325/क/वित्त स्थापना/2025 के तहत आदेश जारी हुआ, पूरे जिले के प्रशासनिक गलियारों में खलबली मच गई। तहसीलदारों के कार्यक्षेत्रों में हुए व्यापक बदलाव को लेकर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।
https://jantakitakat.com/2025/06/18/cg-breakingगोपनीयता-की-आड़-में-लोकत/
यह आदेश छत्तीसगढ़ शासन, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा 12 सितंबर 2014 को दिए गए दिशा-निर्देशों के आधार पर लिया गया है, जिसमें शासकीय कार्यों की सुचारू सम्पादन व्यवस्था हेतु समय-समय पर अधिकारियों को नवीन दायित्व सौंपने की बात कही गई थी। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह द्वारा जारी इस आदेश ने जिले में प्रशासनिक रणनीति के नए संकेत दे दिए हैं।
तहसील प्रशासन में उठा-पटक शुरू!
इस आदेश में सात प्रमुख तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों के कार्यक्षेत्र में फेरबदल किया गया है। कुछ को अतिरिक्त दायित्व दिए गए हैं, तो कुछ को जिला कार्यालय में संलग्न किया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
बदलाव की बड़ी सूची इस प्रकार है –
• नमिता मारकोले:- जिनका नाम सूची में प्रथम स्थान पर है, उनका नाम तो अंकित है पर उनके नवीन प्रभार में उनको पिथौरा तहसील की जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि उन्हें विशेष प्रशासनिक दायित्व सौंपने की तैयारी चल रही है।
• ममता ठाकुर, तहसीलदार –पूर्व में जिला निर्वाचन कार्यालय महासमुंद में संलग्न थीं। तहसीलदार बसना अब उन्हें जिला कार्यालय महासमुन्द संलग्न किया गया है।
• भवानी शंकर साव, तहसीलदार –अभी तक अतिरिक्त तहसीलदार बागबाहरा के रूप में कार्यरत थे। उन्हें अब जिला कार्यालय महासमुंद में संलग्न किया गया है। सूत्रों की मानें तो यह संलग्नता किसी विशेष परियोजना या गोपनीय दायित्व का संकेत हो सकता है।
• नितिन ठाकुर, तहसीलदार –अब तक तहसीलदार पिथौरा के पद पर कार्यरत नितिन ठाकुर को तहसीलदार बागबाहरा बनाया गया है। पिथौरा से बागबाहरा की यह पदस्थापना प्रशासनिक सुदृढ़ीकरण की दिशा में अहम मानी जा रही है।
• कृष्ण कुमार साहू –अब तक तहसीलदार महासमुंद के रूप में कार्यरत कृष्ण कुमार साहू को तहसीलदार बसना की नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। बसना जैसे सीमावर्ती तहसील की कमान संभालना उनके लिए बड़ी चुनौती होगी।
•जुगल किशोर पटेल, तहसीलदार –अब तक बागबाहरा के तहसीलदार रहे जुगल किशोर पटेल को तहसीलदार महासमुंद बनाया गया है। इस अदला-बदली से यह स्पष्ट है कि प्रशासनिक संतुलन और अनुभव के आधार पर निर्णय लिया गया है।
• मोहित कुमार अमिला, नायब तहसीलदार –नायब तहसीलदार महासमुंद के दायित्व के साथ अब उन्हें अतिरिक्त प्रभार नायब तहसीलदार तुमगांव भी सौंपा गया है। एक साथ दो क्षेत्रों की जिम्मेदारी उनके प्रशासनिक क्षमता की परीक्षा मानी जा रही है।
प्रशासनिक हलकों में मंथन और अटकलें:-
इस आदेश ने तहसील और उप-तहसील स्तर पर नई हलचल पैदा कर दी है। कुछ अधिकारियों को महत्वपूर्ण स्थानों पर भेजा गया है, तो कुछ को विश्राम जैसा दर्जा प्राप्त हुआ है। चर्चाओं का बाजार गर्म है कि आने वाले समय में और भी बड़े बदलाव हो सकते हैं।
प्रशासनिक विशेषज्ञों की मानें तो यह फेरबदल आगामी वित्तीय वर्ष की कार्ययोजना, राज्य सरकार की नई योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और चुनावी तैयारियों को ध्यान में रखकर किया गया है। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में अनुभवी अधिकारियों की नियुक्ति की गई है, जहाँ जनसंख्या घनत्व अधिक है या भूमि विवादों की संख्या ज्यादा है।
जनता की निगाहें – “अब आएगा बदलाव?”
स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों की भी नजरें इन अधिकारियों पर टिकी हुई हैं। आमजन आशा कर रहे हैं कि नए अधिकारियों की नियुक्ति से पटवारी व्यवस्था, नामांतरण-खातांकन, भूमि सीमांकन जैसे कार्यों में गति आएगी। खासकर पिथौरा और बसना जैसे तहसीलों में किसानों की मांग लंबे समय से रही है कि अनुभवी और तत्पर अधिकारियों की आवश्यकता है।
कलेक्टर लंगेह का रणनीतिक दांव:-
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह अपने अनुशासन, स्पष्टता और तेजी से निर्णय लेने की शैली के लिए जाने जाते हैं। यह आदेश भी उनकी प्रशासनिक सूझबूझ और कार्य-कुशलता को दर्शाता है। उनकी प्राथमिकता है –
“प्रशासनिक मशीनरी को प्रभावी बनाते हुए आम नागरिकों को सुगमता से सेवाएं उपलब्ध कराना।”
नए अधिकारियों के सामने नई चुनौतियाँ!
अब देखना यह होगा कि इन नवनियुक्त तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों के नेतृत्व में कैसे बदलता है महासमुंद का प्रशासनिक परिदृश्य।
जनता की उम्मीदें, कलेक्टर की सख्ती और शासन की प्राथमिकताएं – यह सभी मिलकर बनाते हैं एक नए अध्याय की शुरुआत।
यह आदेश प्रशासनिक प्रक्रिया का हिस्सा है, पर इसके प्रभाव बहुआयामी होंगे – यह तय है।