
Author: Janta ki Takat


“डाकघर की राखी क्रांति:अब भीड़ नहीं, बहनों की राखी सीधे भाई के हाथ, बस एक क्लिक में!”
August 3, 2025
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जंगल के ‘शोले’ बुझ गए:गिर के सिंहासन पर हुआ खूनी तख़्तापलट, जय-वीरू की दोस्ती का हुआ दर्दनाक अंत!
August 2, 2025
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“लोक सेवा गारंटी या प्रशासनिक त्रासदी? राजस्व अधिकारियों पर थोपे गए असम्भव लक्ष्यों की मार!”
August 2, 2025
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“अनुग्रह अनुदान या अन्याय?”— शासकीय सेवकों की मौत के बाद भी सिस्टम कर रहा सौदेबाज़ी!”
July 29, 2025
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