“अब ‘व्हाट्सएप’ को टक्कर देगा ‘अराटाई’: भारतीयों के लिए बना देसी मैसेजिंग ऐप… गोपनीयता होगी पूरी तरह सुरक्षित!”
New Delhi/ डिजिटल युग में हर दिन कोई न कोई नया ऐप मार्केट में दस्तक देता है, लेकिन कुछ ही ऐसे होते हैं जो जनता के दिल में जगह बना पाते हैं। ऐसा ही एक नाम है — “Arattai” (अराटाई)। व्हाट्सएप की गोपनीयता नीति में बदलाव के बाद जनवरी 2021 में लॉन्च हुआ यह ऐप अब धीरे-धीरे लोगों के मोबाइल में अपनी खास जगह बनाने लगा है। इसका नाम तमिल शब्द ‘अराटाई’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है — “बातचीत”। लेकिन यह ऐप सिर्फ बातचीत तक सीमित नहीं, बल्कि भारतीयों के लिए एक ‘सुरक्षित डिजिटल मंच’ बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।और इसको भारत में अब तक 1 करोड़ 68 लाख लोगों ने डाउनलोड कर लिया है।और लोगों ने रिव्यू में 4.9 की रेटिंग दिया है
भारतीयों के लिए देसी तोहफा — Zoho Corporation का सपना!
इस ऐप को बनाया है Zoho Corporation ने — जो एक भारतीय टेक्नोलॉजी कंपनी है और जिसने दुनियाभर में अपनी एक पहचान बनाई है। ज़ोहो ने अराटाई को एक “Made in India” ऐप के रूप में पेश किया है, जिसका मकसद भारतीयों को एक ऐसा प्लेटफॉर्म देना है जहां वे निश्चिंत होकर संवाद कर सकें।
जनवरी 2021 में जब व्हाट्सएप ने अपनी गोपनीयता नीति में बड़ा बदलाव किया और यूज़र्स की निजी जानकारियों को तीसरे पक्ष के साथ साझा करने की बात सामने आई, तब देश में लोगों के बीच “डेटा प्राइवेसी” को लेकर हड़कंप मच गया। इसी दौर में Zoho Corporation ने मौका भांपते हुए ‘अराटाई’ को लॉन्च किया — और यही थी इसकी असली उड़ान की शुरुआत।
अराटाई की खासियत — एक ऐप, कई सुविधाएं!
यह ऐप सिर्फ चैटिंग का साधन नहीं है, बल्कि एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो सभी आधुनिक डिजिटल सुविधाओं से लैस है। इसमें:
•टेक्स्ट और वॉयस मैसेज भेजने की सुविधा!
•ऑडियो और वीडियो कॉलिंग का बेहतरीन विकल्प!
•फोटो, वीडियो और डॉक्यूमेंट्स शेयर करना!
•1,000 तक सदस्यों का ग्रुप चैट बनाने की क्षमता!
•चैनल और स्टोरी शेयर करने का आधुनिक फीचर!
सबसे बड़ी बात यह है कि ऐप को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि यह हल्का, तेज़ और आसान हो — ताकि ग्रामीण भारत से लेकर महानगर तक हर व्यक्ति इसे आसानी से चला सके।
गोपनीयता है ऐप की सबसे बड़ी ताकत!
इस ऐप की सबसे अहम विशेषता है इसकी गोपनीयता नीति। Zoho कंपनी का दावा है कि इस ऐप में न तो कोई विज्ञापन दिखाया जाएगा और न ही किसी प्रकार से यूज़र का डेटा तीसरे पक्ष को बेचा जाएगा।
•सभी ऑडियो और वीडियो कॉल एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।
• चैट का एन्क्रिप्शन फीचर भी जल्द ही जोड़ा जा रहा है।
• ऐप में डेटा भारत में ही सुरक्षित सर्वरों पर संग्रहित किया जाता है।
ऐसे समय में जब विदेशी ऐप्स के सर्वर विदेशों में होते हैं और डेटा सुरक्षा को लेकर अक्सर सवाल उठते हैं, ‘अराटाई’ भारतीयों को एक भरोसेमंद विकल्प के रूप में आकर्षित कर रहा है।
लोकप्रियता में अचानक उछाल — क्यों बढ़ रहा है ऐप का क्रेज़!
हाल के महीनों में अराटाई की लोकप्रियता में तेज़ उछाल देखा गया है। इसकी दो मुख्य वजहें हैं —
•डेटा प्राइवेसी को लेकर बढ़ती जागरूकता!
• स्थानीय (देसी) ऐप्स को लेकर भारतीयों का बढ़ता विश्वास!
जैसे-जैसे लोग विदेशी ऐप्स के गोपनीयता उल्लंघनों से सावधान हो रहे हैं, वैसे-वैसे वे देसी विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं। अराटाई इस भरोसे को भुनाने में सफल हो रहा है।
सुविधाजनक और सरल — भारतीयों के लिए बना ऐप!
जहां व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसी ऐप्स कई फीचर्स के कारण जटिल लगने लगती हैं, वहीं अराटाई को यूज़र-फ्रेंडली इंटरफेस के साथ बनाया गया है।
•ऐप में स्थानीय भाषाओं का सपोर्ट है, जिससे ग्रामीण और गैर-अंग्रेज़ी भाषी उपयोगकर्ताओं को भी कोई दिक्कत नहीं होती।
•हल्का ऐप होने के कारण यह कम इंटरनेट स्पीड पर भी अच्छी तरह काम करता है।
•इसमें विज्ञापनों का झंझट नहीं है, जिससे अनुभव क्लीन और फास्ट बनता है।
भविष्य की दिशा — व्हाट्सएप को चुनौती!
टेक विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अराटाई ने इसी गति से अपने फीचर्स और सुरक्षा मानकों को मजबूत किया, तो आने वाले समय में यह व्हाट्सएप और टेलीग्राम को सीधी टक्कर दे सकता है।
Zoho के संस्थापक श्री श्रीधर वेम्बू ने भी एक बयान में कहा था — “हम भारतीयों को डिजिटल स्वतंत्रता दिलाना चाहते हैं। हमारा लक्ष्य है — डेटा भारत में रहे और भारतीयों के नियंत्रण में रहे।”संक्षेप में ऐप की खासियतें:
•पूरी तरह भारतीय ऐप — भरोसेमंद और सुरक्षित।
• मजबूत प्राइवेसी — कोई डेटा शेयर नहीं।
• तेज़ और हल्का इंटरफेस — हर फोन पर चलने योग्य।
• बड़ी ग्रुप चैट सुविधा — 1,000 तक सदस्य।
• हाई-क्वालिटी कॉलिंग और स्टोरी फीचर।
‘अराटाई’ सिर्फ ऐप नहीं, आत्मनिर्भरता का प्रतीक!
आज जब डिजिटल भारत अपने चरम पर है, तब ‘अराटाई’ जैसे ऐप देश की डिजिटल स्वतंत्रता का प्रतीक बनते जा रहे हैं। यह केवल एक चैटिंग प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि एक ऐसा माध्यम है जो भारत को विदेशी तकनीक के भरोसे से निकालकर स्वदेशी टेक्नोलॉजी की ओर बढ़ने की प्रेरणा देता है।
आने वाले दिनों में अगर आप भी अपनी चैटिंग को सुरक्षित और देसी अंदाज़ में करना चाहते हैं, तो ‘अराटाई’ आपके लिए एक दमदार विकल्प साबित हो सकता है।
“अब समय है — बात भी अपनी भाषा में और सुरक्षा भी अपने देश में!”